टीम इंडिया की साउथ अफ्रीका से टेस्ट हार के बाद कोच गौतम गंभीर को लेकर उठ रही चर्चाओं पर पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने बड़ा बयान दिया है। दादा ने साफ कहा कि गंभीर को हटाने की कोई आवश्यकता नहीं है और टीम को सबसे पहले अपनी सोच व पिचों को लेकर एप्रोच बदलनी होगी।
गंभीर पर उठे सवालों को गांगुली ने किया खारिज
टेस्ट हार के बाद सोशल मीडिया और क्रिकेट हलकों में कोच गौतम गंभीर की भूमिका पर सवाल उठने लगे थे। कई लोग बदलाव की मांग कर रहे थे, लेकिन गांगुली ने इन सभी अटकलों को सिरे से नकार दिया। गांगुली ने स्पष्ट कहा- गंभीर को हटाने की कोई ज़रूरत नहीं है। टीम को अपनी मानसिकता और पिचों को लेकर रणनीति बदलनी चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि कोच को दोष देने के बजाय टीम को खुद अपने गेम प्लान पर पुनर्विचार करने की जरूरत है।
भारत के पास 20 विकेट लेने वाला दमदार बॉलिंग अटैक” – गांगुली
गांगुली ने वर्तमान भारतीय गेंदबाजी अटैक की खुलकर तारीफ की। उनका कहना है कि टीम इंडिया के पास दुनिया के किसी भी मैदान पर 20 विकेट लेने की क्षमता है। लेकिन समस्या असंतुलित और फ्लैट पिचें हैं, जो गेंदबाजों की असली ताकत को छिपा देती हैं।
उन्होंने कहा - हमारे पास वह बॉलिंग है जो कहीं भी मैच जिता सकती है, लेकिन फ्लैट पिचें टीम के हथियारों को कुंद कर देती हैं। गांगुली का मानना है कि चुनौतीपूर्ण और संतुलित पिचें ही भारत को मजबूत बनाएंगी और टीम को इन्हीं परिस्थितियों में खुद को ढालना होगा।
टेस्ट क्रिकेट में बदलाव की जरूरत को लेकर दादा का संकेत
पूर्व कप्तान ने कहा कि भारत को तेज़, उछालभरी और स्पोर्टिंग पिचों पर खेलने की आदत डालनी होगी।
उनके मुताबिक
- सिर्फ घरेलू परिस्थितियों पर निर्भर रहकर
- या अत्यधिक बैटिंग-फ्रेंडली पिचें बनाकर
भारत लंबे समय में टेस्ट क्रिकेट में लगातार सफल नहीं हो सकता।
गंभीर–गिल की जोड़ी पर गांगुली का भरोसा कायम
गांगुली ने कोच गौतम गंभीर और कप्तान शुभमन गिल की जोड़ी को टीम इंडिया का भविष्य बताया।उन्होंने इंग्लैंड में दोनों के सफल प्रदर्शन का जिक्र करते हुए कहा कि: गंभीर और गिल दोनों में भारत को आगे ले जाने की क्षमता है। मुश्किल पिचों पर इंग्लैंड में जो दिखाया है, वही भारत में भी किया जा सकता है। उन्होंने टीम और मैनेजमेंट से धैर्य रखने और सही दिशा में काम जारी रखने की अपील की।